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Operation Green Yojana UP
ऑपरेशन ग्रीन योजना के तहत, प्रदेश की योगी सरकार गिरते हुए आलू और टमाटर के बाजारी मूल्यों से परेशान किसानों को राहत देने के लिए कदम उठाया है। इस योजना के अंतर्गत, आलू और टमाटर किसानों को भंडारण और भाड़े पर 50 फीसदी सब्सिडी दी जाएगी। इससे संबंधित किसानों में मिश्रित प्रतिक्रिया हो रही है। कुछ किसानों का मानना है कि यह सरकार का एक दिखावा है। अगर यह सरकार के वास्तविक कदम होता तो आलू के समर्थन मूल्य बीते साल से अधिक होता। सरकार ने आलू क्लस्टर में 17 और टमाटर क्लस्टर में 19 जिलों में इन दोनों फसलों के उत्पादक किसानों, किसान उत्पादक संगठनों, आढ़तियों और अन्य व्यवसायिकों को भंडारण और ढुलाई भाड़े का 50 फीसदी अनुदान दिया जाएगा। व्यक्तिगत किसान और किसान उत्पादक संगठनों के लिए, सब्सिडी सिर्फ सौ किलोमीटर के अंदर की उपज तक ही मिलेगी
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ऑपरेशन ग्रीन योजना 50% सबसिडी
इस योजना के अंतर्गत, आलू और टमाटर के उत्पादक किसानों को उनकी उपज को संभालने और भंडारित करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही, उन्हें भाड़े और भंडारण से संबंधित खर्चों पर 50 फीसदी सब्सिडी दी जाएगी। जल्दी ही योजना के लिए शासनादेश जारी होगा उसके बाद, सरकार द्वारा की गई घोषणा के अनुसार किसानों को आलू के भंडारण में कोई समस्या नहीं होगी। शीतगृहों में भंडारण की दरें पहले से ही निश्चित हो चुकी हैं और सभी किसानों को इस सुविधा से लाभ मिलेगा। अगर किसी किसान को अपनी उपज को भंडारण में रखने में कोई भी दिक्कत आती है तो वह सरकार से संपर्क कर सकता है। सरकार निरंतर किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
Operation Green Registration
ऑपरेशन ग्रीन योजना के लिए किसानो को खाद्य प्रसंस्करण विभाग मे पंजीकरण कर्ण होगा। आलू उत्पादकों को सहायता प्रदान करने के लिए जिले में ऑपरेशन ग्रीन योजना सफलतापूर्वक लागू की गई है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य मंडियों से लेकर खुले बाजार तक आलू की भारी आपूर्ति से शीतगृह संचालकों को भंडारण शुल्क में बढ़ोतरी नहीं करने देना है। जिला उद्यान अधिकारी राघवेंद्र सिंह ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत जो किसान दूसरे जिलों के शीतगृहों में अपना आलू भंडारित करेंगे, उन्हें भंडारण शुल्क पर 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। इसके लिए उन्हें खाद्य प्रसंस्करण विभाग के वेब पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा।
खाद्य प्रसंस्करण विभाग की पंजीकरण लिंक – यहाँ क्लिक करें
ऑपरेशन ग्रीन योजना कुल भंडारण क्षमता
जिले में आलू उत्पादकों को राहत देने के लिए ‘ऑपरेशन ग्रीन’ योजना प्रभावी हो रही है। इसके तहत, किसानों, कृषक समूहों (एफपीओ), सहकारी समितियों, खाद्य प्रसंस्करण कार्त्ता, लाइसेंसशुदा कमीशन एजेंटों, निर्यातकों, राज्य विपणन संघ व फुटकर व्यवसायियों को न्यूनतम 100 किमी तक और राज्य विपणन संघ व फुटकर व्यवसायियों को न्यूनतम 250 किमी तक आलू भंडारण करने पर जो लागत आएगी, उस पर 50 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाएगा। जिले में 31 शीतगृहों में कुल भंडारण क्षमता 1.91 लाख टन है, जिसमें से 56000 टन आलू के भंडारण के लिए खाली हैं। यदि किसानों को आलू भंडारण में कोई समस्या होती है तो वे उद्यान विभाग के कार्यालय या मोबाइल नंबर 7895911097 पर संपर्क कर सकते हैं।
UP Operation Green Yojana के तहत कुछ उपाय
आलू और टमाटर दो ऐसे उत्पाद हैं जो भारत में बहुत अधिक मात्रा में उत्पादित होते हैं। इन उत्पादों के भंडारण के लिए ऑपरेशन ग्रीन योजना के तहत कुछ उपाय अपनाए जा सकते हैं, जैसे कि:
- सभी आलू और टमाटर को साफ-सुथरा और अच्छी तरह से संग्रहित करें।
- अधिक मात्रा में उत्पादित होने के कारण, आलू और टमाटर के भंडारण के लिए विशेष ठोस संरचनाएं उपलब्ध होनी चाहिए।
- आलू और टमाटर को ठंडे स्थानों पर रखें। यह उत्पादों के बिगड़ने से रोकता है और उनकी विक्रय मूल्य में नुकसान को कम करता है।
- आलू और टमाटर के भंडारण के लिए संरचित कमरों में उन्हें एयर टाइट रखें जिससे उन्हें उचित वायु प्रवाह मिलता है।
- भंडारण के दौरान अवशिष्ट आलू और टमाटर को सुषम फ़र्श पर रखें ताकि उन्हें दुर्गन्ध से बचाया जा सके।
- आलू और टमाटर को बंद कंटेनर में रखें ताकि उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मिल सके।
- भंडारण के दौरान उन्हें समय-समय पर जाँचा जाना चाहिए ताकि बिगड़ने वाले या कीटाणुओं से इन्हें बचाया जा सके।
- ऑपरेशन ग्रीन योजना के अंतर्गत भंडारण के दौरान उत्पादों को सुरक्षित रखने के लिए अनेक सुझाव दिए गए हैं। इन सुझावों का पालन करने से किसानों को अपने उत्पादों का अच्छा मूल्य
- मिलता है जो उनकी मेहनत का सामान्य मुल्य होता है। इसलिए, आलू और टमाटर जैसे मुख्य उत्पादों के भंडारण के लिए ऑपरेशन ग्रीन योजना बहुत ही महत्वपूर्ण है।
UP Operation Green Yojana के लिए जल्दी ही दिशा निर्देश और नियम का शासनादेश जारी होगा। हम जल्दी ही इस पेज पर इसकी जानकारी अपडेट कर देंगे। किसी भी सवाल या सहायता के लिए आप नीचे दिये कमेन्ट बॉक्स मे लिखे सकते है।
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